लहसुन की उन्नत किस्मे: सितम्बर में लहसुन की खेती में अच्छे उत्पादन के लिए चुनिए यह उन्नत किस्मे, देंगी 150 – 160 क्विंटल प्रति हेक्टयर औसत पैदावार, देश में तरह तरह की सब्जियों की खेती होती है उसी में से एक है लसहुन की खेती। लहसुन की खेती कर किसान कम समय में लाखों रुपये कमा सकता है.लहसुन के अलग-अलग किस्म के हिसाब से पैदावार भी अलग-अलग होती है. इसकी कुछ ऐसी किस्में हैं, जिसमें न कीट लगते हैं और न ही रोग होता है. इन किस्मों की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. देश सितम्बर के महीने में इसकी खेती करना शुरू करते हैं. किसान खरीफ सीजन में लहसुन की खेती कर अच्छा उत्पादन और मुनाफा दोनों ले सकते हैं. आइये जानत्ते है इसकी उन्नत किस्मो के बारे में.
यह भी पढ़े- 42 हजार रु में घर पर खड़ी करे Alto K10 से बड़ी कार, 35 के माइलेज के साथ फीचर्स है जबराट, देखिए
लहसुन की अधिक पैदावार देने वाली उन्नत किस्मे

लहसुन की उन्नत किस्मो की बात करे तो यमुना व्हाइट 1 (जी-1), यमुना व्हाइट 2 (जी-50), यमुना व्हाइट 3 (जी-282) यह लसहुन की उन्नत किस्मे है जो की किस्म 140- 150 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म से 150–160 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार प्राप्त होती है.
लहसुन की खेती के बारे में

यह भी पढ़े- 40Kmpl का तगड़ा माइलेज और कंटाप लुक में Punch को परेशान करेंगी आते ही Maruti की दमदार कार, फीचर्स भी..
इसकी खेती के बारे में बता दे की लहसुन की अधिक उपज के लिए डेढ़ से 2 क्विंटल स्वस्थ कलियाँ प्रति एकड़ लगती हैं। कलियों का व्यास 8-10 मिली मीटर होना चाहिए। लहसुन की गांठों के अच्छे विकास के लिए सर्दियों में 10-15 दिनों के अंतर पर और गर्मियों में 5-7 दिनों के अंतर पर सिंचाई होनी चाहिए।