देश में 60% लोगों को है नींद न आने की बीमारी, जान लीजिये लक्षण, आप भी हो जायेगे इस बीमारी का शिकार, भारत में दस करोड़ लोगों को इस समस्या से गुज़रना पड़ रहा है, जो कि नींद की बीमारी के रूप में जानी जाती है। यह जानकारी नई दिल्ली के एम्स के एक शोध में प्रकट की गई है।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया बीमारी का प्रभाव

इस अध्ययन में बताया गया है कि देश में लगभग दस करोड़ लोग ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया बीमारी के प्रभाव में हैं। इस बीमारी में सोते समय नींद के दौरान सांस ठीक से नहीं आती है और खर्राटे भी होते हैं। इसके कारण व्यक्ति अच्छी तरह से नींद नहीं पा सकता है। देश में करीब 11 प्रतिशत वयस्क आबादी को इस समस्या से प्रभावित हो रहा है। एम्स ने गुजरे दो दशकों में छः शोधों के माध्यम से इस आंकड़े को तैयार किया है।
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हृदय रोग का खतरा
इस अध्ययन में दिखाया गया है कि ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया बीमारी के मामले पुरुषों में अधिक पाए जाते हैं। इसके कारण रात में सही से नींद नहीं आती है। इसका असर दिनचर्या पर भी हो रहा है। ओएसए की वजह से व्यक्ति मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग का जोखिम भी बढ़ जाता है। इस अध्ययन को स्लीप मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
होते है अनेक घाटे

नई दिल्ली के एम्स में इस शोध का निष्कर्षण करने वाले पुल्मोनोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अनंत मोहन के अनुसार, यह शोध दरअसल प्रमुख समस्या को सुनिश्चित करने के लिए किए गए छः अध्ययनों का संयोजन है। इस शोध में खुलासा हुआ है कि भारत में दस करोड़ लोग इस नींद की बीमारी का सामना कर रहे हैं, जिनमें से पांच करोड़ लोगों के लिए ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के लक्षण गंभीर हैं। इस बीमारी के कारण पुरुषों और महिलाओं में मोटापा भी बढ़ रहा है।
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विटामिन D की कमी से बढ़ता है खतरा

गंभीर मामलों में ओएसए की वजह से स्थिति बिगड़ने की भी संभावना है। ओएसए की वजह से रात को देर तक खर्राटे आने की समस्या भी हो सकती है, जिससे नींद पूरी नहीं होती है। इसके कारण लोगों को दिन में नींद आती है, जिससे कामकाज पर भी प्रभाव पड़ता है। अनेक मामलों में, इस बीमारी व्यक्ति की मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है, और इससे स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप और आवश्यक विटामिन D की कमी जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ता है। इसलिए, इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लक्षण दिखते ही व्यक्तिगत चिकित्सक से सलाह लेने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
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यहां कुछ प्रमुख लक्षण हैं:
- सांस लेने में परेशानी
- रात में खर्राटे आना
इस बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, और उन्हें उपयुक्त चिकित्सक से परामर्श ले और उनके ही हिसाब से काम करे